नकारात्मक संकल्पनाएं भी हमें विकास की ओर बढ़ने से रोकती हैं ! नकारात्मक संकल्पनाएं भी हमें विकास की ओर बढ़ने से रोकती हैं !
रोता हुआ मोहक जहां आज अपनी माँ के इस सख्त व अप्रत्याशित व्यवहार से हतप्रभ है ! रोता हुआ मोहक जहां आज अपनी माँ के इस सख्त व अप्रत्याशित व्यवहार से हतप्रभ है !
पापा हमे कोई जल्दी नही है आप गाड़ी इत्मीनान से ही चलाइये। पापा हमे कोई जल्दी नही है आप गाड़ी इत्मीनान से ही चलाइये।
यदि हम प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करेंगे ,उसके संसाधनों का दुरुपयोग करेंगे तो प्रकृति के कोप यदि हम प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करेंगे ,उसके संसाधनों का दुरुपयोग करेंगे तो प्रकृ...
लेखक: विक्टर द्रागून्स्की अनुवाद: आ. चारुमति रामदास लेखक: विक्टर द्रागून्स्की अनुवाद: आ. चारुमति रामदास
पेड़ नहीं रहे इस धरती पर, तो कैसा होगा यह जीवन? पेड़ नहीं रहे इस धरती पर, तो कैसा होगा यह जीवन?